अल्हड़ बीकानेरी

आप जितना भी चाहें बिगड़ लीजिये
दोष हम पर ज़माने का मढ़ लीजिये
हम हैं पुस्तक खुली हमको पढ़ लीजिये
अपने ऐबों को ढँकने की आदत नहीं

2 comments:

अविनाश वाचस्पति said...

अल्‍हड़ जी को श्रद्धांजलि।
क्‍या आप जानते हैं कि अल्‍हड़ बीकानेरी जी ने
हरियाणवी फीचर फिल्‍म छोटी साली का निर्माण भी किया था।

@ngel ~ said...

apne aibon ko dhakne ki aadat nahi.. :)
bahut aachi pankti hai.

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