धूमिल

हर चेहरे पर डर लटका है
घर बाहर अवसाद है
गाँव नहीं यह नर्क क्षेत्र का
भोजपुरी अनुवाद है

1 comment:

Anonymous said...

bhojpuri anuvaad ka javab nahi

विजेट आपके ब्लॉग पर